रायपुर। एक तस्वीर ऐसी होती है जो सैकड़ों तस्वीरों की कहानी बदल देती है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया है। यह कहानी है दोस्ती के जाल और ड्रग्स के काले कारोबार की। एक महिला जो पहले अमीर युवाओं से दोस्ती करती थी और फिर उन्हें ड्रग्स का ग्राहक बनने के लिए उकसाती थी। पुलिस के हाथ लगे एक डायरी ने इस रैकेट का पर्दाफाश किया है, जिसमें 850 से ज्यादा लोगों के नाम दर्ज हैं।
ये क्या हुआ? (क्राइम की स्टोरी)
पुलिस को एक शिकायत के बाद एक शक के आधार पर नव्या मलिक नाम की एक महिला पर नजर रखनी शुरू की। जांच में पता चला कि वह टेलीबंधा और आस-पास के इलाकों में रहने वाले अमीर परिवारों के युवाओं को निशाना बना रही थी। उसकी तरीका बेहद खतरनाक और चालाकी भरी थी।
दोस्ती का नकाब और ड्रग्स का जाल:
नव्या पहले सोशल मीडिया या कॉमन दोस्तों के जरिए इन युवाओं से संपर्क साधती थी। वह खुद को हाई-प्रोफाइल और अमीर घराने की लड़की बताती थी। धीरे-धीरे दोस्ती गहरी होती जाती थी। फिर वह मौके की तलाश में रहती थी। कभी पार्टी के बहाने, तो कभी स्ट्रेस दूर करने के नाम पर, वह उन्हें पहली बार ड्रग्स ट्राई करने के लिए प्रेरित करती थी। एक बार लत लग जाने के बाद, वही उनकी फिक्स्ड सप्लायर बन जाती थी और मोटी कमाई करती थी।
पड़ोसी की शिकायत ने खोला राज:
इस पूरे मामले का खुलासा एक पड़ोसी की शिकायत से हुआ। उसने पुलिस को बताया कि नव्या के घर पर रोजाना अजनबी और महंगी गाड़ियों से युवाओं का आना-जाना लगा रहता है। शोर-शराबा और शक की बुनियाद पर पुलिस ने छापेमारी की और नव्या को हिरासत में लिया। उसके घर से ड्रग्स के साथ-साथ एक डायरी भी बरामद हुई, जो इस सारे कारोबार का मास्टरमाइंड साबित हुई।
डायरी में दर्ज थे 850 से ज्यादा नाम:
जिस डायरी को पुलिस ने बरामद किया, वह इस केस का सबसे बड़ा सबूत है। इस डायरी में 850 से भी ज्यादा लोगों के नाम, उनके फोन नंबर, पते और उनके द्वारा लिए गए ड्रग्स की डिटेल लिखी हुई थी। ये सभी नाम शहर के जाने-माने और अमीर परिवारों के युवाओं के हैं। पुलिस का कहना है कि यह सिर्फ एक डायरी नहीं, बल्कि एक बड़े नेटवर्क की रूपरेखा है।
अब क्या? (पुलिस की कार्रवाई)
पुलिस ने नव्या मलिक के खिलाफ NDPS Act के तहत केस दर्ज किया है। अब पुलिस की टीम उस डायरी में दर्ज सभी नामों की पड़ताल कर रही है। इन सभी युवाओं से पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जो भी इस नेटवर्क का हिस्सा है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस केस ने शहर के अमीर घरों में सनसनी फैला दी है।
सबक:
ये मामला समाज के लिए एक बड़ा सबक है। अभिभावकों को अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए। साथ ही, युवाओं को भी समझना चाहिए कि दोस्ती की आड़ में कैसे उन्हें गलत रास्ते पर धकेला जा सकता है। ड्रग्स की एक छोटी सी लत जिंदगी को पूरी तरह से तबाह कर सकती है।
आखिरी बात:
रायपुर पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करके एक बड़ा अपराध होने से रोका है। लेकिन, ये सिर्फ एक नेटवर्क का खुलासा है, ऐसे और भी नेटवर्क हो सकते हैं। सतर्क रहिए, सजग रहिए।