इंटरनेट की दुनिया में कभी-कभी एक छोटा सा बयान या गलतफहमी इतनी तेजी से फैलती है कि लोग बिना सच्चाई जाने उसे सच मानने लगते हैं। ऐसा ही कुछ हाल ही में अमेरिकी उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार JD Vance के एक बयान को लेकर हुआ, जिसके चलते सोशल मीडिया पर ‘Trump is dead’ का ट्रेंड वायरल हो गया।
क्या वाकई ट्रंप का निधन हुआ था?
बिल्कुल नहीं! यह सिर्फ एक अफवाह थी जो JD Vance के एक बयान को गलत तरीके से पेश करने की वजह से फैली। दरअसल, Vance ने एक इंटरव्यू के दौरान अमेरिकी सीमा पर हो रहे अवैध प्रवासन को ‘भयानक त्रासदी’ (Terrible Tragedy) बताया था। लेकिन कुछ लोगों ने जानबूझकर या गलती से इस बयान का मतलब बदलकर यह समझ लिया कि उनका इशारा डोनाल्ड ट्रंप की मौत की ओर है।
कैसे फैली ‘Trump is dead’ की अफवाह?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कुछ यूजर्स ने Vance के बयान का एक छोटा सा क्लिप शेयर किया, जिसमें सिर्फ ‘Terrible Tragedy’ वाला हिस्सा था। इससे लोगों ने यह अनुमान लगा लिया कि ट्रंप का निधन हो गया है। कुछ ही देर में #TrumpIsDead और #RIPTrump जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। फेक न्यूज और झूठे स्क्रीनशॉट्स ने इस आग को और हवा दी।
सच्चाई क्या है?
असलियत यह है कि डोनाल्ड ट्रंप पूरी तरह से सुरक्षित और स्वस्थ हैं। उन्होंने इस घटना के बाद भी पब्लिक रैलियों में हिस्सा लिया है। JD Vance के ऑफिस ने भी इस अफवाह को ‘बिल्कुल झूठा’ बताते हुए खारिज कर दिया।
सबक: सोशल मीडिया पर खबरों को जांचें
यह मामला हमें यह याद दिलाता है कि इंटरनेट पर मिलने वाली हर खबर पर तुरंत यकीन नहीं करना चाहिए। आज के दौर में AI और Deepfake टेक्नोलॉजी की मदद से झूठी खबरों को इतना असली दिखाया जा सकता है कि लोग उसे सच मान बैठें। इसलिए, किसी भी खबर को शेयर करने से पहले उसकी पुष्टि जरूर करें।
यह रिपोर्ट विभिन्न विश्वसनीय स्रोतों पर आधारित है।
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